Read this also: दीक्षा के बाद नए भविष्य की ओर रूख करने वाले युवाओं से कहा कि बोलने की स्वतंत्रता, भय से स्वतंत्रता, चाहने की स्वतंत्रता जैसे मूल्य देश के स्वर्णिम भविष्य के लिए आवश्यक हैं। उपाधि लेकर जीवन के असल मार्ग पर निकल रहे सभी युवाओं को इन बातों का ख्याल रखना होगा।
Read this also: दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठन का पत्र यूपी के इस शिव मंदिर में मिला, हड़कंप युवाओं के सामने भारत की तस्वीर को बदलने की चुनौती के बारे में चर्चा करते हुए नारायणमूर्ति ने कहा कि भले ही आज भारत में माहौल बदला है, अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा, निवेशकों का भरोसा बढ़ा हो, भारत दुनिया का सॉफ्टवेयर हब बन रहा है, शेयर बाजार में उमंग है लेकिन अपने देश की असली सूरत से भी हमें रूबरू होना होगा। आज भी देश की एक दूसरी तस्वीर है जो हमें बताती है कि यहां भुखमरी है, कुपोषण है, भ्रष्टाचार है, पीने का पानी तक मुहाल है, एक अनिश्चित भविष्य है। युवाओं को इन दोनों तस्वीरों को देखना होगा. भविष्य का भारत कैसा होगा यह युवा ही तय करें।